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Ganatantra Divas Per Bhashan 2022 : दोस्तों हमारे भारत देश में हम सभी देशवासी प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस ( Republic Day ) के रूप में मनाते हैं. भारत देश में 26 जनवरी को मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस भी राष्ट्रीय पर्वों में से एक पर्व है. इसी दिन हमारे देश में संविधान लागू किया गया था. भारत में संविधान लागू होने के बाद ही सभी जाति-धर्म के लोगों को एक सम्मान अधिकार पाने का दर्जा प्राप्त हुआ.

दोस्तों गणतंत्र दो शब्दों से मिलकर बना है- गण+तंत्र. गण अर्थात् जनता/नागरिक और तंत्र अर्थात् शासन प्रणाली/व्यवस्था. यानी जनता द्वारा, जनता के लिए शासन. भारत देश में जब से संविधान लागू हुआ, तब से यह एक गणतांत्रिक/प्रजातांत्रिक देश बन गया है, जहां जनता के मत से शासक का चुनाव किया जाता है.

हमारा भारत देश 15 अगस्त 1947 ( Independence Day ) को ब्रिटिश शासनकाल से पूर्ण मुक्त हुआ था. इससे पहले इस देश में अंग्रेजी हुकूमत चलती थी. इस भारत देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी, सरदार भगतसिंह, वल्लभ भाई पटेल, सुभाषचंद्र बोस, लाल बहादूर शास्त्री जैसे अनेक स्वतंत्रता सैनानियों और नेताओं ने अपना सबकुछ त्यागकर अपने प्राणों की आहूतियां तक दे दी थी. इन्हीं की बदौलत से आज हम सभी भारत देश में आजाद हैं और चैन की जिंदगी जी रहे हैं.

दोस्तों हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद तो हो गया था, लेकिन आजादी के बाद हमारे देश की शासन व्यवस्था चलाने के लिए सही मायने में कोई नियम और कानून नहीं थे. इसीलिए भारत के संविधान को बनाने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में एक संविधान प्रारूप समिति गठित की गई. इस समिति द्वारा 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन की मेहनत के बाद लिखित में संविधान तैयार किया गया. जिसे 26 जनवरी 1950 लागू कर दिया गया.

26 जनवरी 1950 को जब भारत में संविधान लागू किया गया. तब से हम सभी देशवासी हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मानते आ रहे हैं. इस मौके पर स्कूल-कॉलेज, सरकारी दफ्तरों आदि में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है,  देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं, गणतंत्र दिवस पर भाषण ( Republic Day speech) दिए जाते हैं बच्चों को मिठाइयां बांटी जाती हैं आदि कई कार्यक्रम होते हैं.

वहीं गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर मुख्य कार्यक्रम आयोजित होता हैं, जहां देश के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं. इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों द्वारा झांकियों के माध्यम से अपनी संस्कृति और कला का प्रदर्शन किया जाता है. देश की तीनों सेनाओं (जल, थल और वायु) द्वारा परेड एवं अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया जाता है.

26 जनवरी पर भाषण हिंदी में लिखा हुआ (Gantantra Diwas 2022 Par Bhashan)

तो दोस्तों गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर स्कूल-कॉलेज, सरकारी दफ्तरों आदि में भाषण दिया जाता है. इस आर्टिकल में हम आपको 26 जनवरी पर भाषण कैसे दिया जाता है. इसके बारे में बताने जा रहे हैं. मंच पर भाषण की शुरुआत करने से पहले आपको सभी का अभिवादन करना है. उसके बाद देशभक्ति आधारित एक शायरी बोलने के पश्चात अपने भाषण को शुरू करना है. वह इसलिए कि समारोह में उपस्थित सभी दर्शकों में देशभक्ति का जोश भर जाएं और वे सभी आपके जोशीले भाषण को सुनने को उत्सुक हो जाए.

26 जनवरी पर भाषण कैसे दें (How To Speech On Republic Day)

मंच पर विराजमान माननीय मुख्य अतिथि महोदय, आदरणीय प्रधानाचार्य जी और मेरे समस्त गुरुजनों को वंदन. आज के इस पावन अवसर पर पधारे अभिभावकगण और यहां बैठे मेरे प्रिय सहपाठी भाई-बहिनों सबसे पहले तो मैं आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं.

शहीदों का जब सच हुआ सपना

यह भारत देश तब हुआ अपना

आओ सलाम करें उन शूरवीरों को

जिनकी वजह से गणतंत्र हुआ देश अपना.

आज हम सभी अपने भारत देश का 73वां गणतंत्र दिवस (Gantantra Diwas 2022) मनाने जा रहे. आज का दिन हम सभी के लिए बेहद ही खास है, क्योंकि आज ही के दिन 26 जनवरी 1950 को हमारे भारत देश में संविधान लागू हुआ था.

15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद तो हो गया था, लेकिन आजादी के बाद हमारे देश की शासन व्यवस्था को चलाने के लिए सही मायने में कोई नियम और कानून नहीं थे. इसीलिए भारत के संविधान को बनाने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में एक संविधान प्रारूप समिति गठित की गई.

इस समिति द्वारा 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन की कठोर मेहनत के बाद एक लिखित संविधान तैयार किया गया. जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया. इसके बाद ही भारत में सभी जाति-धर्म के लोगों को एक सम्मान अधिकार पाने का दर्जा मिला. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान माना जाता है. हमारे देश के संविधान में कुल 395 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां है.

गणतंत्र दो शब्दों से मिलकर बना है- गण+तंत्र. जो जनता के द्वारा, जनता के लिए शासन. जब भारत देश में संविधान लागू हुआ, तब से यह एक गणतांत्रिक देश बन गया है, जहां जनता के मत से शासक का चुनाव किया जाता है.

हमारा भारत देश 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासनकाल से पूर्ण मुक्त हुआ था. इससे पहले इस देश में अंग्रेजी हुकूमत चलती थी. इस भारत देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी, सरदार भगतसिंह, वल्लभ भाई पटेल, सुभाषचंद्र बोस, लाल बहादूर शास्त्री जैसे अनेक स्वतंत्रता सैनानियों और महान नेताओं ने अपना सबकुछ त्यागकर अपने प्राणों की आहूतियां तक दे दी थी. इन्हीं की बदौलत से आज हम सभी भारत देश में आजाद हैं और आजादी की जिंदगी जी रहे हैं. उनके त्याग और बलिदान को हम सभी देशवासी कभी नहीं भूल सकते.

मगर आजादी के इतने वर्षों बाद अब भी भारत देश भ्रष्टाचार, अपराध और हिंसा जैसी विकट समस्याओं से जूझ रहा है, जो हम सभी के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है. हमें आज इस पवन अवसर पर यह संकल्प लेना होगा कि हमारे देश से ऐसी बुराइयों को हम सभी एक होकर जड़ से उखाड़ फैकेंगे. जैसा कि हमारे स्वतंत्रता सैनानियों और महान नेताओं ने अंग्रेजों को भारत से उखाड़ फैंक दिया था.

हमें अपने भारत देश को एक सफल, विकसित और स्वच्छ देश बनाना होगा. साथ ही हम सभी को हमारे भारत देश में अपने पांव पसार रही गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, जातिवाद जैसी समस्याओं पर अच्छी तरह गौर करना होगा और इनके समाधान का रास्ता ढूंढना  होगा. ऐसा होगा तभी हमारा देश विश्व में सबसे ताकतवर बनेगा. इसी के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देना चाहूंगा.

जय हिन्द ! जय भारत !

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