Chandra Grahan 2021 Live: चंद्र ग्रहण कब लगा, चंद्र ग्रहण कब तक रहेगा, चंद्र ग्रहण का सूतक, ग्रहण कहां दिखाई देगा, जानें ग्रहण के बारे में सबकुछ

Chandra Grahan 2021 Grahan Time: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज कार्तिक पूर्णिमा को सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर लग चुका है. आज के इस चंद्र ग्रहण की समाप्ति शाम 05 बजकर 59 मिनट पर होगी. कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगा चन्द्र ग्रहण आंशिक रहेगा. यानी इस चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक (Sutak)  नहीं लगा पौराणिक मान्यताओं के आधार पर ऐसा माना जाता है कि पूर्ण ग्रहण की स्थिति में ही सूतक नियमों का पालन किया जाता है. आंशिक, खंडग्रास ग्रहण की स्थिति सूतक काल प्रभावी नहीं है.

साल का यह अंतिम उपच्छाया चंद्र ग्रहण पूरे भारत में नहीं देखा जा सकेगा. आज के इस चंद्र ग्रहण के दोरान भारत में दिन होने और उपच्छाया चंद्र ग्रहण होने के कारण इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा. भारत में केवल पूर्वोत्तर राज्यों में थोड़े समय के लिए ही यह दिखाई देगा. वह भी ग्रहण की समाप्ति के समय ही दिखाई दे सकता है, जबकि अमेरिका, पूर्वी एशिया, उत्तरी यूरोप और ऑास्ट्रेलिया में यह ग्रहण दिखाई देगा.

आज का ये चंद्र ग्रहण सदी का सबसे बड़ा और सबसे लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण हैं. बता दें कि यह एक खंडग्रास चंद्र ग्रहण है. चंद्रग्रहण का असर वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगा है. इस कारण इस ग्रहण का कुछ राशियों पर अच्छा तो कुछ पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है. ज्‍योतिषशास्त्रों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण के दौरान कई कार्यों को करना वर्जित माना जाता है.

वैज्ञानिक दृष्टी एवं पौराणिक मान्यता के अनुसार ग्रहण के दौरान कुछ कार्य नहीं किए जाने चाहिए. तो आइए, जानते हैं कि ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

ग्रहण काल में क्या करें, क्या नहीं करें

चाहे चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण. ग्रहणकाल के दौरान हानिकारक और अशुद्ध किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ती है. जिससे हमारे शारीर पर दूषित प्रभाव पड़ता है. इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें ग्रहण काल में जितना हो सके हमें करने से बचना चाहिए.

  • ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बर्तनी जरुरी है. ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. क्योंकि ग्रहण काल में गर्भ में पल रहे बच्चे को हानिकारक किरणें प्रभावित कर सकती है.
  • ग्रहणकाल में भोजन करना और पेय पदार्थ पीना वर्जित है.
  • ग्रहणकाल में कैंची, सूई, चाकू आदि धारदार वस्तुओं का प्रयोग न करें.
  • ग्रहण को खुली आंखों से न देखें, अगर देखना हो तो चश्मा लगाकर देखें.
  • ग्रहण शुरु होने से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें.
  • ग्रहण के बाद घर की घर और भगवान के पूजा स्थल की साफ-सफाई करकें गंगा जल छिड़कें.
  • ग्रहण समाप्ति के बाद अन्न आदि का दान करें.
  • ग्रहणकाल में स्नान नहीं करनी चाहिए. स्नान ग्रहण समाप्ति के बाद ही करें.
  • ग्रहणकाल के दौरान पूजा न करें और मंदिर के कपाट बंद कर दें.
  • ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए.
  • ग्रहण के समय में भगवान के भजन और मन्त्रों का जाप करना चाहिए.
  • ग्रहण के दौरान खाना बनाना भी शुभ नहीं माना जाता.
  • ग्रहणकाल में स्त्री-पुरुष को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए. ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से गर्भधारण में संतान पर बुरा असर पड़ता है.

सूर्य ग्रहण कब लगेगा 

आज के चंद्र ग्रहण के बाद 15 दिनों के अंतराल पर 04 दिसंबर 2021 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, यह सूर्य ग्रहण वृश्चिक और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा. यह ग्रहण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका और दक्षिण अफ्रीका में ही दिखाई देगा. इस ग्रहण को भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा. इस कारण से इसका भी सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा.

क्यों लगता है चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण

चंद्र ग्रहण जब पृथ्वी अपनी धुरी पर चक्कर काटते हुए सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तो ये तीनों एक ही सीधी लाइन में आ जाते है. इस कारण से सूर्य का प्रकाश चांद पर नहीं पहुंच पाता है और पृथ्वी की परछाई चंद्रमा पर पड़ती है. इस घटना को ही चंद्र ग्रहण कहा जाता है. वहीं दूसरी तरफ जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य ग्रहण की घटना घटित होती है.

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